सवाल ही जवाब है | QUESTIONS ARE THE ANSWERS – नेटवर्क मार्केटिंग में सफलता के पाँच स्वर्णिम नियम
सवाल ही जवाब है | QUESTIONS ARE THE ANSWERS – नेटवर्क मार्केटिंग में सफलता के पाँच स्वर्णिम नियम |
💕Hello Friends,आपका स्वागत है learningforlife.cc में। अगर आप ज़्यादा लोगों को अपनी योजना में join होने का Invitation देंगे तो ज़्यादा लोग आपके साथ join होंगे। जितनी अधिक बार आप उन्हें join होने का Invitation देंगे, आप Invitation देने की अपनी कला को उतना ही निखारते जाएँगे और पहले से बेहतर बनते जाएँगे। दूसरे शब्दों में, आपको अधिक से अधिक लोगों को अपने साथ जुड़ने का आमंत्रण देना है। इस पोस्ट में सवाल ही जवाब है book से 5 नियम दिए जा रहे है जिन्हे follow करके आप नेटवर्क मार्केटिंग या किसी ओर सेल्स business में सफलता पा सकेंगे। तो पढ़ते रहिये………
नियम 1 : ज्यादा लोगों से मिलें
यह सबसे महत्वपूर्ण नियम है। जिसके पास भी सुनने की फुरसत हो, उससे बातें करना शुरू कर दें। इस मामले में घमंडी या बहानेबाज़ न बनें, जो अच्छे customers को छाँटकर नकारने का प्रयास करता हो। अगर customers की सूची पर नज़र दौड़ाते वक्त आप यह सोचने लगें …ये ज़्यादा उम्र वाले हैं, …ये ज़्यादा युवा हैं, …ये ज़्यादा अमीर हैं, …ये ज्यादा गरीब हैं, …ये ज्यादा दूर रहते हैं, …ये ज्यादा स्मार्ट हैं आदि-आदि, तो समझ लें कि आप असफलता के मार्ग पर जा रहे हैं। अपने बिज़नेस को जमाने के शुरुआती दौर में आपको हर एक से बात करने की ज़रूरत है क्योंकि आपको अभ्यास की ज़रूरत है। जब आप अपने business के बारे में हर एक से बात करते हैं, तो औसत का नियम यह सुनिश्चित करता है कि आप सफल होंगे, सवाल सिर्फ़ यह रह जाता है कि आप कितने सफल होंगे। आपके बिज़नेस में ऐसी कोई समस्या नहीं है, जो आपकी गतिविधि या सक्रियता में वृद्धि से न सुलझ सके। अगर आप अपनी ज़िदगी की दिशा के बारे में चिंतित हों, तो बस, आप अपनी Presentations की संख्या को दोगुना कर दें। अगर आपका business उतनी तेज़ी से नहीं बढ़ रहा है जितना आप चाहते हैं तो आप कुछ न करें, सिर्फ़ अपनी सक्रियता बढ़ा दें। बढ़ी हुई सक्रियता आपकी अधिकतर चिंताओं का अचूक इलाज है।
नियम 2 : ज्यादा लोगों से मिलें
लोगों को फ़ोन करते रहें। हो सकता है कि आप शहर के सबसे बढ़िया प्रस्तुतकर्ता हों पर अगर आप पर्याप्त customers से नहीं मिलते हैं तो आप अपने बिज़नेस में ज़्यादा सफल नहीं हो सकते। हो सकता है कि आपकी वेशभूषा बढ़िया हो और आपका व्यक्तित्व सराहनीय हो लेकिन अगर आपकी Presentations की संख्या ज़्यादा नहीं है तो आपका प्रदर्शन सामान्य ही रहेगा। इसलिए हर एक से मिलें, हर एक से बात करें।
नियम 3 : ज्यादा लोगों से मिलें
नेटवर्क मार्केटिंग में मौजूद अधिकतर लोग इस बिज़नेस में केवल एक ढरें पर ही चलते रहते हैं और अपनी पूरी क्षमता का दोहन नहीं कर पाते। वे सोचते हैं कि ऐसा उन customers के कारण होता है जिन्हें वे राज़ी नहीं कर पाते। पर यह सच नहीं है- सच तो यह है कि ऐसा उन customers के कारण होता है जिनसे वे मिल नहीं पाते। आप लगातार लोगों से मिलकर अपनी बात करते रहें। अगर आप इन पहले तीन नियमों के अनुसार चलेंगे तो इसमें ज़रा भी संदेह नहीं है कि आप सफलता प्राप्त कर लेंगे।
नियम 4 : औसत के नियम का प्रयोग करें
औसत का नियम जीवन के हर क्षेत्र में सफलता दिलाता है। इसका मतलब है कि अगर आप किसी काम को बार-बार एक ही ढंग से करते हैं और परिस्थितियाँ समान रहती हैं तो आपको मिलने वाले result भी हमेशा एक से ही होंगे। औसत के नियम को इस example से समझते है :-
Author कहते है, जब मैं छोटा बच्चा था और घर-घर जाकर 20 सेंट में घरेलू स्पंज बेचता था तो मेरा औसत था : 10 : 7 : 4 : 2 यानी मैं शाम 4 बजे से 6 बजे तक जिन 10 दरवाज़ों को खटखटाता था उनमें से 7 दरवाज़े ही खुलते थे। उनमें से भी केवल चार लोग ही मेरी Presentation सुनते थे और मात्र दो लोग ही स्पंज खरीदते थे। इस तरह से मैं 40 सेंट कमा लेता था जो 1962 में अच्छी-खासी रकम थी खासकर एक ग्यारह वर्षोंय लड़के के लिए। मैं एक घंटे में आराम से 30 दरवाज़ों को खटखटा सकता था और इस तरह दो घंटे की अवधि में मैं 12 स्पंज बेच लेता था जो 2.40 डॉलर के बराबर रक़म थी। चूँकि मैं जान चुका था कि औसत का नियम किस तरह काम करता है इसलिए मुझे उन तीन दरवाज़ों की चिंता कभी नहीं हुई जो नहीं खुले, न ही उन तीन लोगों के बारे में चिंता हुई जिन्होंने मेरी बात नहीं सुनी, न ही उन दो लोगों के बारे में चिंता हुई जिन्होंने मेरा सामान नहीं खरीदा। मैं तो बस इतना जानता था कि अगर मैं दस दरवाज़ों पर दस्तक दूँगा तो मैं 40 सेंट कमा लूंगा। इसका मतलब यह था कि हर बार जब मैं दरवाज़े पर दस्तक दूँगा तो मैं 4 सेंट कमाऊँगा इसके बाद चाहे जो भी हो। सफलता सिर्फ़ इस बात में छुपी हुई थी कि मैं कितनी जल्दी इन दरवाज़ों पर दस्तक दे सकता हूँ।
अपने अनुपात का रिकॉर्ड रखें
औसत का रिकॉर्ड रखना और अपनी बिक्री के आंकड़ों का रिकॉर्ड रखना एक शक्तिदायक प्रेरणास्रोत था।जल्द ही मैंने इस बात की परवाह छोड़ दी कि मेरे दरवाज़ा खटखटाने पर किसने दरवाज़ा नहीं खोला, किसने मुझे देखने के बाद मेरी बात को नहीं सुना या किसने मेरी बात सुनने के बाद मेरा सामान नहीं खरीदा। जब तक मैं बहुत सारे दरवाज़े खटखटाता था और अपनी बात कहने का प्रयास करता था, मैं सफल था। इस तरह से मैं आश्वस्त रह सकता था और दरवाज़ों पर दस्तक देने में मुझे आनंद आने लगा।
नियम 5 : अपना औसत सुधारें
अनुपात का ध्यान रखने से आप पूरे सचेत रहते हैं क्योंकि अनुपात आपको बताता है कि आपमें सुधार की गुंजाइश कहाँ है और आप कितने सफल हो सकते हैं। अनुपात आपको उन कार्यों पर ध्यान देने के लिए प्रेरित करता है जिनसे result मिलते हैं, न कि इस बात पर कि आगे क्या होता है।
नेटवर्क मार्केटिंग का सामान्य औसत है : 10 : 6: 3 : 1 अगर दस customer आपकी Presentation को सुनते हैं तो उनमें से 6 इसे लेकर रोमांचित हो जाते हैं और कहते हैं कि वे इस बिज़नेस को शुरू करना चाहते हैं। इनमें से आधे ही वास्तव में बिज़नेस शुरू करते हैं और इन तीन में से केवल एक ही सफल हो पाता है, दूसरा गुमनामी में खो जाता है और तीसरा केवल कपनी के सामान खरीदता रहता है। तो इस तरह दस लोगों में से केवल एक ही व्यक्ति Long term Distributor बन पाता है।
बिज़नेस के बारे में 10 लोगों से बात करने में आपको कितना समय लगता है?
इस सवाल का जवाब आपकी विकास दर तय करेगा। जीवन बीमा व्यवसाय में हर एक ने दस लाख का बीमा बेचा है- फर्क़ सिर्फ इतना है कि कुछ लोगों ने इसमें औरों से अधिक समय लगाया है। कुछ ने 3 से 5 सालों में ऐसा किया और कुछ ने एक साल के भीतर- और यहीं पर पुरस्कार और इनाम का रहस्य छुपा है। Author लोगों से मिलने के बारे में इतने Well planned थे कि वे हर बारह हफ़्तों (Twelve weeks) में दस लाख का बीमा बेच देते थे। इस तरह यह योजना बनाने की समस्या थी- बेचने की समस्या नहीं थी। नेटवर्क मार्केटिंग में भी ऐसा ही होता है। अगर अधिकतर नेटवर्क मार्केटर्स सफलता की ऊँचाई पर नहीं पहुँच पाते हैं तो ऐसा उन customers के कारण होता है जिनसे वे मिल नहीं पाते। अगर आप तत्काल अपने परिणामों को दोगुना करना चाहते हैं तो उसका सीधा सा जवाब है- अगले साल के customers से इसी साल मिलें।
अगले साल आप अपने बिज़नेस के सिलसिले में नए customers से मिलेंगे, है ना ? तो फिर उनसे थोड़ा जल्दी मिल लें। उनसे इसी साल मिल लें- जाएँ और उनसे अभी मिलें। आपके सामने बेचने की समस्या है ही नहीं। सफलता की कुंजी यह है कि आप ज़्यादा नियोजित और प्रेरित हों ताकि आप जितने ज़्यादा लोगों से मिल सकते हों, मिल लें। हर व्यक्ति से जितनी जल्दी संभव हो मिल लें। नेटवर्किंग में बड़ी सफलता प्राप्त करने की सही कुंजी लोगों को तैयार करना नहीं है बल्कि इतना अधिक सुनियोजित और अनुशासित बनना है कि आप अधिक से अधिक लोगों से मिल सकें- और जल्दी से जल्दी मिल सकें। औसत सुधारना तो केवल सीखने की एक प्रक्रिया है।
☝यह summary है सवाल ही जवाब है (QUESTIONS ARE THE ANSWERS) by Allan Pease book के 1st chapter की है। यदि detail में पढ़ना चाहते है इस बुक को यहां से खरीद सकते है 👇