Rich Dad’s Cashflow Quadrant by Robert Kiyosaki Book Summary In Hindi
आप किस क्वाड्रैंट में हैं? क्या यह क्वाड्रैंट आपके लिए सही है?
Rich Dad’s Cashflow Quadrant Book Summary In Hindi |
1.“तुम नौकरी क्यों नहीं कर लेते?”
1985 में इस book के Author Robert और उनकी wife किम बेघर थे। वे बेरोज़गार थे। उनके पास बचत के नाम पर बहुत थोड़ा पैसा था और उनका क्रेडिट कार्ड खाली था। वे दोनों एक पुरानी सफेद टोयोटा कार में रहते थे, जिसकी सीटें पीछे झुक जाने पर बिस्तर का काम करती थीं। दो हफ्ते बाद जब Robert के एक मित्र को उनकी बुरी आर्थिक स्थिति का पता चला, तो उसने उन्हें अपने बेसमेंट में रहने के लिए Invite किया। वे दोनों वहाँ नौ महीने तक रहे। जब Robert के दोस्तों और परिवार वालों को उनकी बुरी हालत का पता चला, तो उनका पहला सवाल हमेशा यही होता था, “तुम नौकरी क्यों नहीं कर लेते?” पहले तो Robert ने उन्हें समझाने की कोशिश की, परंतु ज़्यादातर मामलों में वे उन्हें अपने कारण ठीक से समझा नहीं पाए। “जो व्यक्ति नौकरी को मूल्यवान समझता है, उसे यह समझाना कठिन होता है कि आप नौकरी क्यों नहीं करना चाहते”।
1989 तक Robert और उनकी wife मिलियनेअर बन चुके थे। परंतु उनका सपना अभी पूरा नहीं हुआ था। वो अब भी सच्ची आर्थिक स्वतंत्रता (financial freedom) हासिल नहीं कर पाए थे। इसे हासिल करने के लिए उनको 1994 तक इंतज़ार करना पड़ा। तब जाकर वे ऐसी स्थिति में पहुँचे, जिसके बाद उन्हें जीवन में कभी काम करने की ज़रूरत नहीं थी।
धन कमाने के लिए धन की ज़रूरत नहीं होती
Author कहते है हमने जब शुरू किया था, तो हमारे पास धन नहीं था। इसके विपरीत हम कर्ज़ में डूबे थे। धन कमाने के लिए अच्छी औपचारिक शिक्षा की ज़रूरत भी नहीं है। हालाँकि मेरे पास कॉलेज की डिग्री थी, परंतु मैं ईमानदारी से कह सकता हूँ कि मैंने जो आर्थिक स्वतंत्रता (financial freedom) हासिल की, उसका कॉलेज में सीखी गई बातों से कोई लेना-देना नहीं था। बरसों तक पड़े गए Calculus, Spherical trigonometry, Chemistry, Physics, French और English Literature की मुझे ज़्यादा ज़रूरत नहीं पड़ी।
बहुत से सफल लोगों ने स्कूल या कॉलेज की डिग्री हासिल किए बिना पढ़ाई अधूरी छोड़ दी थी : जैसे जनरल इलेक्ट्रिक के founder थॉमस एडिसन, फ़ोर्ड मोटर कंपनी के founder हेनरी फ़ोर्ड, माइक्रोसॉफ़्ट के founder बिल गेट्स, सी.एन.एन. के founder टेड टर्नर, डेल कम्प्यूटर्स के founder माइकल डेल, एप्पल कम्प्यूटर्स के founder स्टीव जॉब्स और पोलो के founder राल्फ़ लॉरेन। पारंपरिक व्यवसायों के लिए कॉलेज की शिक्षा महत्वपूर्ण है, परंतु उन कामों के लिए नहीं, जिनसे लोगों ने प्रचुर दौलत कमाई है। उन्होंने अपने सफल व्यवसाय विकसित किए थे।
तो धन कमाने के लिए किस चीज़ की ज़रूरत होती है?
Robert का मानना है कि इसके लिए एक सपने, दृढ़ संकल्प, जल्दी सीखने की इच्छा और ईश्वर द्वारा दी गई नियामतों का उचित प्रयोग करने की योग्यता की ज़रूरत होती है और यह जानने की कि आपकी आमदनी कैशफ़्लो क्वाड्रैंट के किस हिस्से से आ रही है।
कैशफ़्लो क्वाड्रैंट क्या है?
- ई(E) यानी कर्मचारी (employee)
- एस(S) यानी सेल्फ़-एम्प्लॉयड (self-employed)
- बी(B) यानी बिज़नेस मालिक (business owner)
- आई(I) यानी निवेशक (investor)
आप चारों क्वाड्रैंटों से धन कमा सकते हैं
For Example,
- एक डॉक्टर अपनी आमदनी “ई” से कमा सकता है, अगर वह कर्मचारी के रूप में किसी बड़े Hospital में नौकरी करता हो
- यही डॉक्टर “एस” के रूप में भी धन कमा सकता है। अगर वह अपनी प्राइवेट प्रैक्टिस शुरू करे।
- यह डॉक्टर “बी” बनने का निर्णय भी ले सकता है। अगर वह किसी क्लीनिक या लेबोरेटरी का स्वामी बन जाये। वह अपने स्टाफ़ में दूसरे डॉक्टरों को रख सकता है।
- “आई” के रूप में डॉक्टर किसी दूसरे के बिज़नेस में निवेश करके धन कमा सकता है या फिर शेयर बाज़ार, बॉन्ड मार्केट और रियल एस्टेट जैसे निवेशों से भी।
अलग-अलग पिता – पैसे के बारे में अलग-अलग विचार
मेरे उच्च शिक्षित परंतु ग़रीब डैडी हमेशा कहा करते थे,
- “मेरी पैसे में ज़्यादा रुचि नहीं है।”
- “मैं कभी अमीर नहीं बनूँगा।”
- “मेरे पास इसे ख़रीदने के पैसे नहीं हैं।”
- “निवेश करना जोखिम भरा है।”
- “धन सब कुछ नहीं है।”
- अपने बच्चों के साथ रहने के लिए बहुत समय होना।
- परोपकार और अपनी रुचि की अन्य सेवाभावी परियोजनाओं (Service projects) में दान देने के लिए धन होना।
- समुदाय में नौकरियाँ और आर्थिक स्थायित्व लाना।
- अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए समय और धन होना।
- अपने परिवार के साथ दुनिया घूमने में समर्थ होना।
2.अलग-अलग क्वाड्रैंट…अलग-अलग लोग
1. “ई” (कर्मचारी)।
2. “एस” (सेल्फ़-एम्प्लॉयड)।
3. “बी” (बिज़नेस मालिक)।
जो लोग सच्चे “बी” होते हैं, वे अपने बिज़नेस को एक साल या इससे भी ज़्यादा समय तक छोड़कर जा सकते हैं। हो सकता है कि जब वे लौटें, तो उनका बिज़नेस पहले से ज़्यादा लाभदायक और बेहतर स्थिति में हो। परंतु सच्चे “एस” टाइप के बिज़नेस में अगर “एस” एक साल या इससे ज़्यादा समय के लिए कहीं चला जाए, तो इस बात की संभावना है कि वापस लौटने तक उसके पास बिज़नेस ही नहीं बचेगा। आसान शब्दों में, “एस” काम का स्वामी होता है, जबकि “बी” सिस्टम का स्वामी होता है। अपने सिस्टम को चलाने के लिए “बी” योग्य व्यक्तियों को नौकरी पर रखता है। दूसरे तरीक़े से कहा जाए, तो बहुत से मामलों में “एस” ख़ुद ही सिस्टम होता है। इसीलिए वह अपना काम छोड़कर नहीं जा सकता।
4. “आई” (निवेशक)।
3.लोग सुरक्षा को स्वतंत्रता से ऊपर क्यों रखते हैं
मेरे दोनों डैडियों ने मुझे कॉलेज जाने और डिग्री लेने का सुझाव दिया। परंतु कॉलेज की डिग्री लेने के बाद मैं क्या करूं, इस बारे में दोनों के सुझाव अलग-अलग थे। मेरे उच्च शिक्षित डैडी लगातार सलाह देते थे : “कॉलेज जाओ, अच्छे नंबर लाओ और एक अच्छी सुरक्षित नौकरी खोज लो।”
मेरे अशिक्षित परंतु अमीर डैडी हमेशा क्वाड्रैंट के right हिस्से पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह देते थे : “कॉलेज जाओ, अच्छे नंबर लाओ और अपनी ख़ुद की कंपनी शुरू करो।”
उन दोनों की सलाहें अलग-अलग इसलिए थीं, क्योंकि एक डैडी नौकरी की सुरक्षा के बारे में ज़्यादा चिंता करते थे, जबकि दूसरे आर्थिक स्वतंत्रता के बारे में ज़्यादा चिंता करते थे।
लोग नौकरी की सुरक्षा क्यों चाहते हैं
कर्ज़ के जाल में उलझना
90 प्रतिशत लोग क्वाड्रैंट के Left हिस्से में काम कर रहे हैं और इसका प्रमुख कारण यह है कि उन्होंने स्कूल में इसी हिस्से के बारे में सीखा है। स्कूल से निकलने के कुछ समय बाद ही वे कर्ज़ में डूब जाते हैं। वे कर्ज़ में इतनी गहराई तक डूब जाते हैं कि उन्हें सिर्फ़ अपना ख़र्च चलाने के लिए नौकरी या व्यवसाय की सुरक्षा को और कसकर पकड़ना पड़ता है।
धन का ज्ञान
क्वाड्रैंट के Right हिस्से में सफलता पाने के लिए धन के ज्ञान की ज़रूरत होती है, जिसे “वित्तीय बुद्धि” कहते हैं। अमीर डैडी ने इसे इस तरह परिभाषित किया : “वित्तीय बुद्धि का इस बात से इतना संबंध नहीं है कि आप कितना धन कमाते हैं जितना इस बात से है कि आप अपने पास कितना धन रख पाते हैं, आप अपने धन से कितनी कड़ी मेहनत करवाते हैं और आप इसे कितनी पीढ़ियों तक अपने पास रख पाते हैं।”
आपके दो सबसे बड़े ख़र्च
इतने अधिक लोगों के आर्थिक रूप से संघर्ष करने का कारण यह है कि हर बार अधिक धन कमाने के साथ वे अपने दो सबसे बड़े ख़र्च बढ़ा लेते हैं :
- टैक्स।
- कर्ज़ पर ब्याज।
अपने बच्चों को देने के लिए सबसे बुरी सलाह
अगर आप 1930 से पहले पैदा हुए हैं, तो “स्कूल जाओ, अच्छे नंबर लाओ और सुरक्षित नौकरी खोजो” एक अच्छी सलाह थी। परंतु अगर आप 1930 के बाद पैदा हुए हैं, तो यह बुरी सलाह है। क्यों? जवाब है :
- टैक्स।
- कर्ज़।
4.तीन प्रकार के बिज़नेस सिस्टम
“बी” क्वाड्रैंट में प्रवेश करते समय यह याद रखें कि आपका लक्ष्य है सिस्टम का स्वामी बनना और उस सिस्टम में लोगों से अपने लिए काम करवाना। आप या तो यह सिस्टम ख़ुद तैयार कर सकते हैं या फिर उसे ख़रीद सकते हैं। सिस्टम को वह सेतु मानें, जो आपको कैशफ़्लो क्वाड्रैंट के Left हिस्से से Right हिस्से में सुरक्षित तरीक़े से पहुँचाता है… और यह सेतु वित्तीय स्वतंत्रता तक पहुँचाने वाला सेतु भी होता है।
आज मुख्य रूप से तीन तरह के बिज़नेस सिस्टम हैं :
- पारंपरिक सी-टाइप कॉरपोरेशन – जहाँ आप अपना ख़ुद का सिस्टम तैयार करते हैं।
- फ्रेंचाइज़ी – जहाँ आप बना-बनाया सिस्टम ख़रीदते हैं।
- नेटवर्क मार्केटिंग – जहाँ आप बने-बनाए सिस्टम को ख़रीदकर उसका हिस्सा बनते हैं।
ऐसे तीन तरीक़े, जो आपको तेज़ी से “बी” क्वाड्रैंट में पहुँचा सकते हैं।
1. एक मार्गदर्शक खोजें।
2. फ़्रैंचाइज़ी।
3. नेटवर्क मार्केटिंग।
- जो आज़माए हुए संगठन हों, जिनका सफल रिकॉर्ड हो और जिनका डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम और भुगतान योजना बरसों से सफल हों।
- जिनके पास ऐसा बिज़नेस अवसर हो, जिसमें आप सफल हो सकते हों, जिसमें आप विश्वास कर सकते हों और जिसे आप दूसरों को विश्वासपूर्वक बता सकते हों।
- जिनके निरंतर चलने वाले, Long term educational program हों, जो इंसान के रूप में आपका विकास करें। आत्मविश्वास क्वाड्रैंट के Right हिस्से का जरुरी गुण है।
- जिनका सशक्त मार्गदर्शक कार्यक्रम हो। आप लीडर्स से सीखना चाहते हैं, परामर्शदाताओं से नहीं। जो लोग पहले से ही क्वाड्रैंट के Right हिस्से में लीडर्स हों और जो आपको सफल देखना चाहते हों, उन्हीं से सीखें।
- जिनमें ऐसे लोग हों, जिनका आप सम्मान करते हों और जिनके साथ रहने में आपको आनंद आए।
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