प्रभावशाली लोगों की 12 आदतें और उनके सफल होने के रहस्य By Tarun Engineer Book Summary In Hindi

Prabhavshali Logon Ki 12 Aadate Aur Unke Safal Hone Ke Rahasya
Prabhavshali Logon Ki 12 Aadate Aur Unke Safal Hone Ke Rahasya Book Summary In Hindi
Prabhavshali Logon Ki 12 Aadate Aur Unke Safal Hone Ke Rahasya Book Summary In Hindi
छूना है आसमान, जमीन को छोड़कर । पहाड़ों को लांघकर, समुद्र को मोड़कर ।।
करके कठोर दिल, तू कुछ नये काम कर । प्रभावशाली बनके, तू हो जाएगा अमर ।।

💕Hello Friends,आपका स्वागत है learningforlife.cc में। यदि आप अपनी जिंदगी को बेहतर बनाना चाहते हैं? बड़े लक्ष्यों को पाना चाहते हैं? अपनी छिपी हुई क्षमता को  जगाना चाहते हैं? विपरीत परिस्थितियों से उभरना चाहते हैं? आप वो सब कुछ हासिल कर सकते हैं, जिसकी आपने कल्पना भी नहीं की थी। क्योंकि आपका दिमाग ‘कॉम्बिनेशन लॉक’ की तरह काम करता है, जिसे खोलने के लिए सही नंबर की जरूरत पड़ती है और वह सही नंबर “प्रभावशाली लोगों की 12 आदतें और उनके सफल होने के रहस्य” By Tarun Engineer Book में छिपा है, जिसे आपको ढूंढ़ना है।

सबसे पहले उन तीनों facts के बारे में जानते है, जो आपके जीवन में बदलाव ला सकते हैं :

1.कड़ी मेहनत: आपका लक्ष्य जितना ऊंचा होगा, उसकी प्राप्ति के लिए आपको उतनी ही कड़ी मेहनत करनी होगी। क्योंकि सफलता के पीछे 99% योगदान मेहनत का होता है और 1% भाग्य का। इसलिए ‘महाभारत’ में कहा गया है,

परिश्रम की सूली पर शरीर को लटका दो, फिर सफलता आपके पास खुद दौड़ी चली आएगी और न चाहने पर भी प्रशंसा करने वालों की लाइन लग जाएगी।

2.दूरदृष्टिः किसी भी काम को शुरू करने से पहले आप उसे सफलता की कसौटी पर परखें, फिर उसे पूरी निष्ठा के
साथ शुरू करें। क्योंकि बिना सोचे-विचारे किसी काम को शुरू करने से सफलता की संभावना कम होती है। दूसरों की सफलताओं, असफलताओं से सबक लेना दूरदर्शिता कहलाता है और यही दूरदर्शिता कुशल मार्गदर्शक की तरह आपका सहयोग करती है।

3.पक्का इरादा: महान दार्शनिक डिजराइली ने कहा था,

जो चिराग जमाने की आंधी का सामना नहीं कर सकता, उसका बुझ जाना ही अच्छा है।

यानी किसी भी तरह के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए पक्के इरादे की जरूरत होती है।

प्रभावशाली लोगों की 12 आदतें और उनके सफल होने के रहस्य : 

पहली आदत ➤ प्रभावशाली लोग बड़े सपने देखते हैं

चमत्कार करने के लिए असंभव काम करने का सपना देखना बहुत जरूरी है। उसके बाद आपको कर्म करना होगा, विश्वास करना होगा, और उसका पीछा करना होगा, क्योंकि बाइबल में लिखा है,

जब आप कोई सपना देख सकते हैं, तो उसे पूरा भी कर सकते हैं। लेकिन आपके मन में विश्वास होना चाहिए कि मैं इस सपने को पूरा कर सकता हूँ।

For example: लगातार पांचवीं बार जब मैरी कॉम ने विश्व मुक्केबाजी की चैम्पियनशिप में गोल्ड जीता, तब पूरी दुनिया सकते में आ गयी थी। क्योंकि उसका बॉक्सिंग से दूर तक कोई नाता नहीं था, लेकिन एक बाक्सिंग प्रतियोगिता देखने के बाद उन्होंने तय किया कि वे भी एक दिन मुक्केबाज बनेंगी। फिर तीन साल की कड़ी मेहनत करके उस सपने को साकार कर लिया। और भी ऐसे लोग है जिन्होंने अपने सपने को साकार किया है। इन सब लोगों की सफलता से साबित होता है कि जो लोग बड़े सपने देखते हैं, वे उन्हें पूरा करने का हौसला भी रखते है।

दूसरी आदत ➤ प्रभावशाली लोग नये काम करने का हौसला रखते हैं

आप चमत्कार कर सकते हैं क्योंकि आपके अंदर जोश है, हौसला है और कुछ नया करने की ललक है, तभी तो आप इस पोस्ट को पढ़ रहे है बजाय किसी फालतू पोस्ट पढ़ने के। इसलिए जोर से बोलिए, “मैं चमत्कार कर सकता हूं।” क्योंकि जब आप बोलते हैं, तब आप कर भी सकते हैं।

तभी तो Stephen covey ने अपनी पुस्तक ‘The Seven Habits of Highly Effective People’ में लिखा है,

यदि आप आम का बीज बोएंगे, तो आपकी आम खाने की इच्छा पूरी हो जाएगी।

बस जरूरत होती है, मन में विचार लाने की। इस बात को Deepak Chopra ने अपनी पुस्तक ‘The seven spiritual laws of success’ में भी स्वीकार किया है। क्योंकि मनुष्य ने अब तक जितनी प्रगति की है, वह सब नये काम करने से की है। इसलिए मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि सफलता पाने का यदि कोई शार्टकट है, तो वह है नया काम करना। यह गुण प्रभावशाली लोगों में सबसे ज्यादा पाया जाता है, जिसकी वजह से वे तेजी से शिखर पर पहुंच जाते हैं।

        For example: जब एन्ड्रयू कारनेगी ने चार्ल्स श्वाब को अपनी सबसे बड़ी स्टील कंपनी में नौकरी पर रखा था, तब चार्ल्स श्वाब विश्व के पहले आदमी थे, जिन्हें एक साल में दस लाख डॉलर सेलरी के रूप में मिलते थे। क्योंकि उन्होंने स्टील बनाने के नए फार्मूले को ईजाद किया था, जिससे उत्पादन तीन गुना हो गया था।

तीसरी आदत ➤ प्रभावशाली लोग अपने लक्ष्य पर ध्यान देते हैं

        सफलता का मतलब है लक्ष्य प्राप्त करना, बाकी सारी चीजें लक्ष्य को सपोर्ट करती हैं। इसीलिए प्रभावशाली लोग अपने लक्ष्य पर अधिक ध्यान देते हैं और उसे हासिल करने के लिए पूरी शक्ति लगा देते हैं। तभी तो Finance expert कहते हैं,

लक्ष्य आपके मस्तिष्क का बंद ताला खोलता है, फिर आप तीर की तरह उड़कर सीधे निशाने पर पहुंच जाते हैं।

लेकिन आपका लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिए। वरना आपका लक्ष्य उस महासागर की तरह हो जाएगा, जिसकी गहराई अब तक कोई नहीं नाप पाया है। उस महाद्वीप की तरह हो जाएगा, जिसकी अब तक खोज ही नहीं की गयी है। इसलिए चुनौतियों से लड़ने के लिए तैयार रहें, हार कभी न मानें। लेकिन चुनौती का सामना कैसे करना है? इसकी
सीख आप चींटियों से ले सकते हैं।

  • वे मुश्किलों की उम्मीद करती हैं।
  • वे जानती हैं कि उनका लक्ष्य क्या है।
  • वे लगनशील और कभी न हार मानने वाली होती हैं।
  • वे योजना बनाकर काम करती हैं।
  • वे आगे बढ़ते रहने का विकल्प चुनती हैं।

हो सकता है, दूसरे कीड़े-मकोड़े उनकी हंसी उड़ाते हों, लेकिन चींटियां उनकी परवाह नहीं करती, वे अपने लक्ष्य की ओर बढ़ती रहती हैं। बहुतसे लोगो ने अविश्वसनीय काम किये थे और बड़ी सफलता पायी थी। लेकिन सफलता पाने से पहले दूसरे लोगों ने उनकी खूब हंसी उड़ाई थी।

For example: थॉमस एडिसन ने जब बिजली का बल्ब बनाने की बात लोगों को बताई, तब लोगों ने उनहें पागल कहा था।

चौथी आदत ➤ प्रभावशाली लोग दूर तक सोचते हैं।

        सफलता यदि मंजिल है, तो असफलता वह रास्ता है, जो आपको उस मंजिल तक पहुंचाता है, जहां से आशा की किरण फूटती है। इसलिए छोटी-छोटी असफलताएं ही बड़ी सफलता का आधार बनती हैं। आज की युवा पीढ़ी भले ही छोटी-मोटी नाकामयाबी से निराश हो जाती हो, लेकिन जुझारू लोग अपनी कश्ती तूफान में भी पार लगा लेते हैं। क्योंकि जो लोग अब सफल हैं, वे अपने जीवन में कभी न कभी असफल जरूर हुए थे। यहां तक कि भगवान कृष्ण भी मनुष्य रूप में जन्म लेकर तरह-तरह के कष्ट उठाए और कई असफलताएं झेलीं।        कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें एक क्षेत्र में अच्छी कामयाबी नहीं मिली। बाद में उन्हें दूसरे क्षेत्र में कामयाबी मिली। इसलिए जीवन में हारना भी जरूरी है। क्योंकि एक कहावत है,”सामने चाहे कितना भी अंधेरा क्यों न हो, यदि आप रोशनी की आस में चलेंगे, तो उस तक पहुंच ही जाएंगे।”

न्यूटन, आइंस्टीन, सचिन तेंदुलकर, पेले और मोहम्मद अली जैसे लोग भी कभी न कभी असफल जरूर हुए थे, लेकिन उन्होंने उस असफलता से सीख ली और उसे सफलता की सीढ़ी बना लिया। क्योंकि ये सब लोग दूर की सोचने वाले लोग थे।

पांचवीं आदत ➤ प्रभावशाली लोग जीतने का संकल्प लेते हैं

        प्रभावशाली लोग हमेशा सफलता की उम्मीद रखते हैं और उन्हें यकीन होता है कि यदि वे अपने मिशन में कामयाब नहीं हुए, तो दूसरा तरीका खोज लेंगे। कुछ ऐसा ही आपको करना होगा और खुद अपने आप से पूछना होगा:

  1. क्या मैं ज्यादा बेचकर आमदनी बढाने के तरीके खोज सकता हूं?
  2. क्या मैं स्टाफ के विस्तार में विश्वास रखता हूं?
  3. क्या मैं अपने काम में उज्ज्वल भविष्य देखता हूं?
  4. क्या मैं कम समय में ज्यादा काम करने के सिद्धांत खोज सकता हूँ?
  5. क्या मैं सर्वश्रेष्ठ कंपनियों के साथ कम्पटीशन ले सकता हूँ?
  6. क्या मैं सेल्स के ऊंचे लक्ष्य पार कर सकता हूँ?
  7. क्या मैं लम्बे समय तक संघर्ष कर सकता हूं?
  8. क्या मैं प्रगतिशील विचारों को अपना सकता हूं?
  9. क्या मैं खर्चों में कटौती कर सकता हूं?
  10. क्या मैं ग्राहक का विश्वास जीत सकता हूं?

☝ऐसे सवाल हैं, जिनका उत्तर आपको खोजना होगाा, फिर आप अपनी सेल को कई गुना बढ़ा सकते हैं। क्योंकि ‘भारती वाल-मार्ट’ के मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील मित्तल भारती कहते हैं, “हम सामान बेचकर अपना विश्वास पैदा नहीं करते, बल्कि ग्राहक अपना विश्वास हमें देता है। क्योंकि हम कम कीमत पर ब्रांडेड माल बेचते हैं। इसलिए ‘वाल-मार्ट’ पर दुनिया भरोसा करती है।”

छठी आदत ➤ प्रभावशाली लोग विकल्पों पर गौर करते हैं

        एक अमीर आदमी था। उसने जीवन में मेहनत की और ढेर सारी दौलत कमाई। लेकिन कुछ दिनों बाद उसे अहसास होने लगा कि वह मरने वाला तब उसने अपनी पत्नी से कहा, “जब मैं मर जाऊं, तो तुम सारी दौलत एक
बक्से में रखकर मेरे शव के पास रख देना। क्योंकि मैं अपनी दौलत अपने साथ ले जाना चाहता हूँ।” पत्नी ने वैसा ही करने का वचन दिया। फिर जब वह मर गया, तब उसे शवपेटी में रखा गया। उसकी पत्नी शवपेटी के पास बैठी थी, बगल में पत्नी का दोस्त भी बैठा था। जब सारा काम हो गया और शवपेटी बंद की जाने लगी, तब उसकी बीवी चिल्लाई, “जरा एक मिनट रुकिए।”        वह अपने साथ एक बक्सा लाई और उसे शवपेटी में रख दिया। बाद में शवपेटी बंद की गई। लोग चल दिए। फिर पत्नी के दोस्त ने कहा, “मैं नहीं जानता था कि तुम इतनी मूर्ख हो, जो सारी दौलत शव के साथ रख दी।”
उस पतिव्रता ने जवाब दिया, “देखो, मैं ईसाई हूं और मैं अपनी जुबान नहीं बदल सकती। मैंने वचन दिया था कि मैं
सारी दौलत शवपेटी में रख दूंगी, इसलिए मैंने वह राशि अपने बैंक में जमा की और उसका पूरा चेक लिख कर शवपेटी में रख दिया।”

पत्नी का लिखा चेक आदमी मरने के बाद नकदी में बदल सकता है या नहीं। यह तो एक अलग बात है, लेकिन उसने विकल्पों पर गौर किया और दौलत पाने की तरकीब खोज ली। प्रभावशाली वही बनता है, जो विकल्पों पर गौर करता है:- एन्ड्रयू कारनेगी 13 साल की उम्र में अनाथ हो गये थे। फिर उन्होंने पेनसिल्वेनिया में एक सूत की मिल में मजदूरी की और उद्योगपति बनने का विकल्प ढूंढ लिया। उसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़कर खुद की स्टील कंपनी खड़ी कर दी।

सातवीं आदत ➤ प्रभावशाली लोग दूसरों का नेतृत्व करते हैं

        जो काम करने के तरीके सोचता है, वह माइंड होता है। जो काम करवाने के तरीके सोचता है, वह मास्टर
माइंड होता है। जिसे आप लीडरशिप भी कह सकते हैं। लेकिन यह वह गुण है, जो हर वयक्ति में मौजूद होता है, परन्तु यह सोई हुई अवस्था में होता है। समय के साथ उसे जगाना पड़ता है। इसलिए मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि आप लीडर बन सकते हैं।        जब लोग इकट्ठे हो, तो उन्हें ध्यान से देखें और सोचें कि वह कौन है, जिसकी बातों से लोग तुरंत सहमत हो जाते हैं। वह कौन है, जिसके पीछे लोग चलते हैं। जब आप यह पहचान जाएंगे, तब आप नेतृत्व की पहली सीढ़ी चढ़ जाएंगे। क्योंकि फ्रेड स्मिथ ने कहा था,

लीडरशिप का मतलब है, लोगों से अपने लिए ऐसा काम करवाना, जिसे करने के लिए वे बाध्य न हों। लेकिन वे उस काम को करने के लिए मना भी न करें।

        यानी लीडर अपनी खुद की शक्ति से महान नहीं बनता, वह दूसरों को शक्तिशाली बनाने की योग्यता से महान बनता है।

आठवीं आदत ➤ प्रभावशाली लोग समय का सर्वश्रेष्ठ उपयोग करते हैं

        हर एक मिनट में महानता छिपी होती है, लेकिन यह आप पर निर्भर करता है कि उस एक मिनट का कितनी समझदारी और ईमानदारी से उपयोग करते हैं। लेकिन यह सच है कि जिंदगी हमेशा एक मिनट में ही बदलती है, सिर्फ एक मिनट में। इसलिए आपको याद रखना होगा कि दुनिया में बहुत-सी चीजें बार-बार प्राप्त हो सकती हैं, लेकिन चार चीजें कभी लौट कर नहीं आतीं। जुबान से निकला शब्द, कमान से निकला तीर, खोया अवसर और बीता हुआ वक्त। इस बात से पता चलता है कि जीवन का हर क्षण मूल्यवान है और उसके गर्भ में स्वर्णिम भविष्य का संदेश छिपा रहता है। लेकिन जिसकी आंखें खुली होती हैं, वही उस संदेश को समझ पाते हैं। क्योंकि सफलता की देवी तिलक करने से पहले परीक्षा लेती है। वह उसी माथे पर तिलक लगाती है, जो पसीने की बूंदों से भीगा होता है।

नौंवी आदत ➤ प्रभावशाली लोग सोच को सकारात्मक रखते हैं

एक दिन Author के मोबाइल पर एक SMS आया, जिसमें लिखा था, “आपको शादी जरूर करना चाहिए।
क्योंकि दुनिया में ढेर सारी चीजें ऐसी हैं, जिनके लिए आप भगवान या सरकार को दोषी नहीं ठहरा सकते।”

        पढ़कर वे सोचने लगे कि हम भारतीयों पर यह SMS कितना सटीक बैठता है। क्योंकि हमारी आदत बन चुकी है कि हर असफलता का ठीकरा फोड़ने के लिए हमें किसी न किसी का सिर चाहिए। सफलता मिली, तो हमने किया और असफलता मिली, तो ईश्वर ने किया। लेकिन इस आदत को बदलने का एक रास्ता है कि आप हमेशा सकारात्मक सोचें और आगे बढ़ने के लिए तैयार रहें।

  • थॉमस एडीसन ने बिजली का बल्ब बनाने में सफलता पाने से पहले लगभग 10,000 बार असफल प्रयास किया था।
  • वाल्ट डिज्नी को कैन्साज सिटी के एक newspaper editor ने कहा था कि उनके बनाए स्केचेज में कोई खूबी नहीं है।
  • एल्बर्ट आइंस्टीन को अपने स्कूल के दिनों में बहुत-सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। क्योंकि वे चार साल के होने तक बोल नहीं पाते थे।
        ये सब उन लोगों के Examples हैं, जिन्होंने अपनी समस्या का समाधान खुद ढूंढ़ा और सफल हो गए। क्योंकि सकारात्मक सोच रखने वाला व्यक्ति जीवन में कभी हार नहीं मानता, बल्कि वह उसे पार करने के समाधान ढूंढ़ता है। फिर सकारात्मक सोच उन सब चीजों को अपनी ओर आकर्षित करती है, जो आपको पसंद होती हैं।

दसवीं आदत ➤ प्रभावशाली लोग क्रोध पर नियंत्रण रखते हैं

        जब क्रोध अपना रंग दिखाता हैं, तब आपके हाथ-पैरों में खून का बहाव तेज हो जाता है। दिल की धड़कने बढ़ जाती हैं, ‘एड्रिनलिन हॉर्मोन’ तेजी से रिलीज होता है और बॉडी को इस बात के लिए तैयार करता है कि वह कोई ताकत से भरा एक्शन ले। उसके बाद गुस्सा आपको धीरे-धीरे अपनी गिरफ्त में लेने लगता है। जिसकी वजह से शरीर में कुछ और कैमिकल रिलीज होते हैं, जो कुछ पलों के लिए बॉडी को एनर्जी से भर देते हैं। दूसरी तरफ नर्वस सिस्टम में कॉर्टिसोल समेत कुछ और कैमिकल निकलते हैं। जो शरीर और दिमाग को कुछ पलों के लिए नहीं, बल्कि लंबे समय तक प्रभावित करते हैं। उनसे दिमाग में विचार का प्रवाह बेचैनी के साथ बेहद तेज स्पीड से होने लगता है, फिर आप ‘आउट ऑफ कंट्रोल’ हो जाते हैं।        गुस्सा एक ‘नेचुरल इमोशन’ है, जो मनमाफिक काम न होने की स्थितियों में सामने आता है। इसलिए इससे पूरी तरह निजात पाना संभव नहीं है। परन्तु जब कोई व्यक्ति खुद को या किसी और को नुकसान पहुंचाने लगे, तब इस पर काबू पाना जरूरी है।

ग्यारहवीं आदत ➤ प्रभावशाली लोग व्यक्तित्व का विकास करते हैं।

  • अस्तित्व से आगे बढ़े, जीना सीखें।
  • सुनने से आगे बढ़ें, ध्यान दें।
  • सहमति से आगे बढ़ें, सहयोग दें।
  • खर्चों से आगे बढ़े, निवेश करें।
  • निर्णय से आगे बढ़ें, सुझाव दें।
  • मदद से आगे बढ़े, सेवा करें।
  • देखने से आगे बढ़े, ग्रहण करें।
  • पढ़ने से आगे बढ़ें, अमल करें।
  • इच्छा से आगे बढ़े, विश्वास करें।
  • बदलाव से आगे बढ़े, सुधार करें।
  • सोचने से आगे बढ़े, योजना बनाएं।
  • सपनों से आगे बढ़े, विकास करें।

☝ये वो सिद्धांत हैं, जो चमत्कार करते हैं। क्योंकि इन सिद्धांतों को अपनाने के बाद ‘वर्ल्डकप-2011’ के क्वाटर फाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया की कंगारू टीम को हराया था। जबकि वे पिछले तीन ‘वर्ल्डकप’ में चैंपियन रह चुके थे। इसलिए इन सिद्धांतों को दिल की गहराइयों में उतारें, फिर आपके व्यक्तित्व का विकास भी तेजी से होने लगेगा।

बारहवीं आदत ➤ प्रभावशाली लोग ईश्वर में आस्था रखते हैं

        ईश्वर प्रकृति के कण-कण में मौजूद है, इसलिए हर धर्म में ईश्वर का स्वरूप है। क्रिश्चियन लोग ईशु को ईश्वर मानते हैं, मुस्लिम लोग पैगंबर को ईश्वर मानते हैं, सिख लोग गुरु नानक को ईश्वर मानते हैं। लेकिन हिंदू धर्म में ईश्वर के बहुत सारे अवतार हैं। उसने ही इतनी बड़ी सृष्टि बनाई है और सृष्टि में सामंजस्य बनाए रखने के लिए तरह-तरह के जीव-जंतु, पेड़-पौधे, खाद्य-पदार्थ और खनिज तथा ऊर्जा के स्रोत बनाए हैं, जिसे हम प्राकृतिक संपदा कहते हैं। वही मनुष्या के पुण्य और पाप वाले कर्मों का हिसाब रखते हैं।
        वही आकाश, पाताल, पृथ्वी और सौरमंडल का समन्वय बनकर, सूर्य की ऊर्जा, पृथ्वी की चुंबकीय शक्ति तथा आकाश के हवा-पानी के माध्यम से सृष्टि की रक्षा करते हैं। कहते हैं कि आत्मा भी ईश्वर का अंश है, जो हर मनुष्य
में उपस्थित है। फिर जब तक आत्मा है, तब तक मनुष्य गतिशील रहता है और जब वह शरीर से बाहर निकल जाती है, तब मनुष्य मृत हो जाता है। यह आत्मा भी अदृश्य ऊर्जा है, जिसे आज तक कोई देख नहीं पाया। कहते हैं, आत्मा मृत्यु के बाद ईश्वर में लीन हो जाती है। इसलिए यह कहा जा सकता है कि ईश्वर एक अदृश्य ऊर्जा है, जो प्रकृति के कण-कण में मौजूद है।        जयपान इण्डस्ट्रीज के चेयरमैन जे.एन. अग्रवाल साईंबाबा के भक्त हैं। उन्होंने कुछ ही सालों में अपने उत्पादनों को विश्व स्तर का बना लिया, जिसका श्रेय वे शिरडी के साईंबाबा को देते हैं।

        भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान झूलन गोस्वामी ने तेज गेंदबाजी में भारत का लोहा दुनिया को मनवा दिया है। अब वे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (International Cricket Council) की महिला वन डे रैंकिंग में नंबर एक बनकर उभरी हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि वे काली माता की परमभक्त हैं और घर से निकलने से पहले माता की मूर्ति को झुककर प्रणाम करती हैं।
        दुनिया में इस सोच के साथ जीने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है, जो आस्था को सफलता का मंत्र मानते हैं। इसलिए आपको भी ईश्वर में आस्था रखनी होगी, तभी आप प्रभावशाली बन सकते हैं।

☝ यह Summary है “प्रभावशाली लोगों की 12 आदतें और उनके सफल होने के रहस्य” Book की, जिसके Author है Tarun Engineer. यदि detail में पढ़ना चाहते है तो इस Book को यहां से खरीद सकते है 👇

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