11 Mistakes That Hold Us Back in Life | Aur Safal Bane By Shiv Khera In Hindi
वे 11 गलतियां जो हमें जीवन में पीछे खींचती हैं | और सफल बनें By Shiv Khera In Hindi |
1. आप दूसरों को कुचलकर अपना निर्माण नहीं कर सकते
अगर आप दूसरों को कुचलकर अपना निर्माण करते हैं तो आप भी उसी तरह कुचले जाएंगे। यह बहुत ही अदूरदर्शिता (short-sightedness) भरा कदम है जो खुद को बर्बाद करता है। City में सबसे ऊंची building बनाने के दो ही तरीके हैं या तो एक मज़बूत बुनियाद बनाएं जिसके ऊपर सबसे ऊंची building खड़ी कर दें या बाकी buildings को तोड़ दें तब आपकी ही building बचेगी वही सबसे ऊंची building रह जाएगी। लेकिन अगर आप दूसरों को कुचलते हैं, तो वे आपको चैन से आगे जीने नहीं देगें। खुद को न उठाकर बस दूसरों को कुचलकर बढ़ना सिद्धांतिक (principled) नहीं है बल्कि यह खुद का विनाश भी करने वाला कदम है।
2. उन चीज़ों के बारे में चिंता करना, जिन्हें बदला नहीं जा सकता है
चिंता करना दो दिनों को बर्बाद करने के समान है, आज और कल। कई चिंताएं सिर्फ़ काल्पनिक होती है जो सिर्फ़ समस्या के भ्रम को बताती हैं।
3. चूंकि हम कुछ करने में असमर्थ हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि यह असंभव है
हम काम को नामुमकिन समझते हुए काल्पनिक बाधाएं बनाते हैं। कुछ चीज़ों को न करने की हमारी अक्षमता का मतलब यह नहीं है कि उन्हें किया नहीं जा सकता है। आपको जो कोई भी ये कहता है कि ‘ये काम आप नहीं कर सकते’, वह इसलिए कह रहा है कि क्योंकि वह खुद नहीं कर पाया।
4. बात का बतंगड़ बनाना
हम छोटी-छोटी problems को बड़ा बनाकर अपनी life को बेकार चीज़ों में बर्बाद करते हैं। हमें इन छोटे-मोटे मुद्दों से ऊपर उठकर आगे बढ़ने की ज़़रूरत होती है।
5. आत्म-विकास को अनदेखा करना
जिस तरह हमारे शरीर को रोज़ ही खाना खाने की ज़रूरत होती है उसी तरह से हमारे दिमाग को भी रोज़ ही पॉज़िटिव विचारों की ज़़रूरत होती है। आत्म-विकास या व्यक्तिगत विकास को अनदेखा कर हम अपने विनाश की तरफ़ बढ़ते हैं।
6. दूसरों को अपने हिसाब से सोचने और ज़िन्दगी जीने के लिए मजबूर करना
अपने विचारों को दूसरों पर थोपना, न मानने पर सजा देना और दूसरों को मजबूर करना आपकी तंगदिमागी और अहंकार को दर्शाता है। ऐसा व्यवहार असुरक्षा से पैदा होता है।
7. झूठा श्रेय लेना
दूसरों की कोशिशों को न मानना और उनके द्वारा किए गए कामों का झूठा श्रेय लेना स्वार्थ है और ईमानदान की कमी दिखाता है।
8. अपने फर्जों को अनदेखा करना
उन कामों को करना जो आनंददायक हैं बजाए उनके जो ज़रूरी और महत्वपूर्ण हैं, यह ईमानदारी की कमी और गैर ज़िम्मेदार व्यवहार है।
9. पक्षपात
पक्षपात को अनदेखा करना तरक्की में बाधा है। यह आपके व्यक्तित्व को दर्शाता है – पक्षपात निजी स्वार्थ से भरा होता है।
10. ज़िम्मेदारी से भागना
ज़िम्मेदारी से भागना, दूसरों पर आरोप लगाना और बहानों के पीछे छिपना गैर ज़िम्मेदार लोगों का व्यवहार है।
11. जबरदस्ती हथियाना जो आपका नहीं है
दूसरों की परवाह किए बिना उन चीजों को हथियाना जो आपकी है ही नहीं, क्रूरता है।
☝ ये कई गलतियों में से सिर्फ़ ग्यारह गलतियां हैं। इन गलतियों को पहचानने का उद्देश्य है – इन्हें जानना और इनसे सीखना और फिर इन्हे हटाना। कौन कहता है कि बुद्धि उम्र के साथ आती है? बुद्धि सिर्फ़ पिछली गलतियों को जानने और उनसे सीखने से आती है। कुछ लोगों की सिर्फ़ उम्र बढ़ती है मगर वे कभी सीखते नहीं हैं।
☝ यह Summary है “Aur Safal Bane” By Shiv Khera book के एक chapter से। यदि detail में पढ़ना चाहते है तो इस book को यहां से खरीद सकते है 👇