6 Dangerous C’s of Conversation | Safal Vakta Safal Vyakti by Ujjwal Patni
💕Hello Friends,आपका स्वागत है www.learningforlife.cc में। शोध कहते हैं संवाद में 33 प्रतिशत रोल बोलने का और 67 प्रतिशत रोल सुनने का होता है, यदि हम दो कानों और एक मुंह की सोचें तो शायद प्रकृति भी यही चाहती थी कि हम जितना बोले उससे दुगुना सुनें। इस पोस्ट में “Safal Vakta Safal Vyakti” by Ujjwal Patni book से 6 खतरनाक ‘C’ दिए जा रहे है जिन्हे बातचीत में भूल कर भी इस्तमाल न करे, नहीं तो लोग आपसे नफरत करने लगेंगे।
1. निंदा मत करो (Don’t Criticize)
बिना आवश्यकता किसी की निन्दा मत करो। यदि करनी भी हो तो प्रशंसा या प्रोत्साहन के बीच में करो। यदि निंदा बहुत जरूरी है तो व्यक्ति की बजाय कार्य की करो।
2. विवाद मत करो (Don’t Confront)
हम विवाद में हमेशा अपने दोस्तों, नौकरी और प्रतिष्ठा को खोते हैं। विवाद करने वालो को कोई पसंद नहीं करता। उन्हें लोग अपनी टीम या मित्र मंडली में शामिल नहीं करना चाहते।
3. शिकायत मत करो (Don’t Complain)
जो जैसा है उसे उसकी कमियों के साथ स्वीकार करें। हर जगह व्यक्ति, वस्तु या सिस्टम की निंदा मत करे। शिकायत करने वाले व्यक्ति कभी लोकप्रिय नहीं होते। कमियों और गलतियों को नजरअंदाज करने की आदत बनाए। यदि गलतियां देखनी है तो खुद से शुरू करो।
4. समझौता मत करो (Don’t Compromise)
अपने सिद्धांतों और मूल्यों के साथ इतना समझौता मत करो कि मन में बोझ पैदा हो जाए। यदि आप पर किसी गलत बात या गलत व्यक्ति का लगातार दबाव है तो उसे बता देना या दूर रहना बेहतर होगा। यदि किसी काम को नहीं करना चाहते तो स्पष्ट रूप से नहीं कहिए या मना कीजिए।
5. नियंत्रण का प्रयास मत करो (Don’t Control)
दूसरों को भी बोलने और अभिव्यक्त करने का मौका दे। यदि आप हर बातचीत को जीतना या दूसरे व्यक्ति को नियंत्रण में रखना चाहेंगे तो आप ना सफल व्यक्ति बनेंगे और ना ही सफल वक्ता। परिवार में अक्सर इसी कारण विवाद पैदा होता है। कुछ सदस्यों को इतना दबा कर रखा जाता है कि वो अपनी भावनाएं बांट नहीं पाते और फिर एक दिन दूसरों पर फट पड़ते हैं। यदि आप बातचीत और तर्कों से हर बार दूसरों पर नियंत्रण रखने या उन्हें दबाने की प्रवृत्ति रखेंगे तो आप बहुत जल्द ही लोगो के अप्रिय हों जायेगे।
6. राय/गॉसिप संभलकर (Don’t Comment)
अक्सर हम किसी भी व्यक्ति के बारे में अपनी राय या नजरिया बिना सोचे समझे किसी और को अपना शुभचिंतक समझकर बता देते हैं। 100 में से 99 बार शुभचिंतक आपकी राय सामने वाले व्यक्ति तक पहुंचा देते हैं और आपको जवाब देना मुश्किल हो जाता है। हमारे द्वारा किया गया छोटा-सा गॉसिप भी क्या स्वरूप लेगा, हम नहीं जानते, अतः किसी भी बात पर अनावश्यक राय न दें।
☝ यह लिया गया है “Safal Vakta Safal Vyakti” By Dr. Ujjwal Patni book से। यदि detail में पढ़ना चाहते है तो इस book को यहां से खरीद सकते है 👇
▶️YouTube पर देखें | Watch On YouTube (Animated)