सफलता की हर कहानी महान असफलताओं की भी कहानी है | EVERY SUCCESS STORY IS ALSO A STORY OF GREAT FAILURE
सफलता की हर कहानी महान असफलताओं की भी कहानी है | Every Success Story Is Also A Story Of Great Failure |
एक आदमी की ज़िंदगी की कहानी बड़ी मशहूर है। यह आदमी 21 साल की उम्र में व्यापार में नाक़ामयाब हो गया; 22 साल की उम्र में वह एक चुनाव हार गया; 24 साल की उम्र में उसे व्यापार में फिर असफलता मिली; 26 साल की उम्र में उसकी पत्नी मर गई; 27 साल की उम्र में उसका मानसिक संतुलन (nervous breakdown) बिगड़ गया; 34 साल की उम्र में वह कांग्रेस का चुनाव हार गया, 45 साल की आयु में उसे सीनेट के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा; 47 साल की उम्र में वह उपराष्ट्रपति बनने में असफल रहा; 49 साल की आयु में उसे सीनेट के एक आरै चुनाव में नाक़ामयाबी मिली; आरै वही आदमी 52 साल की उम्र में अमरीका का राष्ट्रपति चुना गया। वह आदमी अब्राहम लिंकन था।
10 दिसंबर, 1903 को न्यूयार्क टाइम्स (New York Times) के संपादकीय में राइट बंधुओं (Wright Brothers) की सोच पर सवालिया निशान लगाया गया, जो उड़ सकने वाली हवा से भी हल्की मशीन का आविष्कार करने की कोशिश कर रहे थे। इसके एक हफ़्ते बाद ही किट्टी हॉक (Kitty Hawk) में ‘राइट बंधुओं’ ने अपनी मशहूर उड़ान भरी।
65 साल की उम्र में कर्नल सेंडर्स (Colonel Sanders) के पास पूँजी के नाम पर एक पुरानी कार और सामाजिक सुरक्षा योजना (Social Security Scheme) से मिला 100 डॉलर का चेक ही था। उन्होंने महसूस किया कि अपनी हालत बेहतर बनाने के लिए उन्हें कुछ करना चाहिए। उन्हें अपनी माँ का फ्राईड चिकन बनाने का नुस्ख़ा याद आया, और वह उसे बेचने के लिए निकल पड़े। क्या हम जानते हैं कि पहला आर्डर हासिल होने से पहले उन्हें कितने दरवाज़ो को खटखटाना पड़ा? एक अंदाज़ के मुताबिक पहला आर्डर हासिल होने से पहले उन्होंने हज़ारों दरवाज़े खटखटाए। हममें से ज़्यादातर लोग तीन बार, दस बार, अधिक से अधिक सौ बार कोशिश करके हार मान लेते हैं, और उसके बाद कहते हैं कि हमने अपनी तरफ़ से पूरी कोशिश की।
वाल्ट डिश्नी (Walt Disney) जब युवक थे तो कई अख़बारों के संपादकों ने उन्हें यह कह कर लौटा दिया कि उनमें प्रतिभा है ही नहीं । एक दिन एक चर्च के पादरी ने उन्हें कुछ कार्टून बनाने का काम दिया। डिज़्नी चर्च में जिस शेड के नीचे काम कर रहे थे, वहाँ चूहे उधम मचा रहे थे। एक चूहे को देख कर उनके मन में एक कार्टून बनाने का ख़्याल आया और वहीं से मिकी माउस (Mickey Mouse) का जन्म हुआ।
एक दिन ऊँचा सुनने वाला एक चार साल का लड़का स्कूल से घर लौटा, तो उसकी जेब में उसके शिक्षक का एक नोट रखा था, जिस पर लिखा था, “आपका टॉमी इतना मंदबुद्धि का है कि वह कुछ नहीं सीख सकता। उसे स्कूल से बाहर निकाल लीजिए।” उसकी माँ ने वह नोट पढ़ कर जवाब दिया, “मेरा टॉमी इतनी मंदबुद्धि नहीं है कि कुछ सीख न सके। मैं उसे ख़ुद पढ़ाऊँगी।” आरै वही टॉमी एक दिन बड़ा होकर महान थॉमस एडीसन बना। वह स्कूल में केवल तीन महीने पढ़ सके थे।
सन् 1914 में थॉमस एडीसन (Thomas Edison) की फैक्ट्री जल गई। उस समय उनकी उम्र 67 साल थी। एडीसन जवान नहीं रह गए थे, और फैक्ट्री का बीमा बहुत थोड़े पैसों का था। इसके बावजूद अपनी ज़िंदगी भर की मेहनत को धुआं बन कर उड़ते हुए देख कर उन्होंने कहा, “यह बरबादी बहुत क़ीमती है। हमारी सारी ग़लतियाँ जल कर राख़ हो गईं। मैं ईश्वर को धन्यवाद देता हूँ कि उसने हमें नई शुरूआत करने का मौका दिया।” उस तबाही के तीन हफ़्ते बाद ही, उन्होंने फ़ोनोग्राफ़ (Phonograph) का आविष्कार किया।
- थॉमस एडीसन बिजली का बल्ब बनाने से पहले लगभग दस हजार बार असफल हुए।
- हेनरी फोर्ड 40 साल की उम्र में दिवालिया हो गए थे।
- ली इयाकोका (Lee Iacocca) को 54 साल की उम्र में हेनरी फोर्ड द्वितीय ने नौकरी से निकाल दिया था।
- बीथोवॉन (Beethoven) जब युवा थे, तो उनसे कहा गया था कि उनमें संगीत की प्रतिभा (talent) नहीं है, लेकिन उन्होंने संसार को संगीत की कुछ उत्तम रचनाएँ दीं।
सफल लोग महान काम नहीं करते, वे छोटे-छोटे कामों को महान ढंग से करते हैं।